भारत में मधुमेह ग्रस्त लोगों की संख्या 7.3 करोड़ पहुंची

भारत में मधुमेह ग्रस्त लोगों की संख्या 7.3 करोड़ पहुंची

सेहतराग टीम

दुनिया की मधुमेह राजधानी के रूप में बदनाम हो रहे हमारे देश में मधुमेह रोगियों का आंकड़ा 7 करोड़ 30 लाख से ज्‍यादा हो जाने का अनुमान है। करीब सात साल पहले ये आंकड़ा एक करोड़ कम था। खुद भारत सरकार ने इस आंकड़े की जानकारी दी है। सरकार का कहना है कि भारत में 2011 में मधुमेह से ग्रस्त लोगों की संख्या 6.24 करोड़ थी जो अब बढ़कर 7.3 करोड़ होने का अनुमान है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मंगलवार को एक प्रश्‍न के लिखित उत्तर में राज्यसभा में यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मधुमेह संघ (आईडीएफ) के अनुसार देश में वर्ष 2013, 2014 और 2015 में 20-70 आयु वर्ग के लोगों में मधुमेह के मामलों की अनुमानित संख्या क्रमश: 6.5 करोड़, 6.68 करोड़ और 6.91 करोड़ थी।

उन्होंने कहा कि आईसीएमआर-भारत मधुमेह (इंडियाबी) अध्ययन में वर्ष 2011 में मधुमेह से ग्रस्त 6.24 करोड़ लोगों का अनुमान लगाया गया था। वर्ष 2018 में यह संख्या बढ़कर 7.3 करोड़ होने का अनुमान है।

मंत्री ने कहा कि भारत सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कैंसर, मधुमेह और हृदयवाहिका रोगों और आघात के निवारण एवं नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीसीडीसीएस) का क्रियान्वयन कर रही है।

उन्होंने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में ऐसी किसी राष्ट्रीय रजिस्ट्री का रखरखाव नहीं किया जाता जो यह पुष्टि करे कि 6.3 फीसदी भारतीय आबादी वाक एवं श्रवण क्षति से ग्रसित हैं क्योंकि इस आंकड़े का रखरखाव केन्द्रीय स्तर पर नहीं किया जाता।

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